फरीदाबाद 27 दिसंबर (Repco News)। क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 ने मनोज भाटी हत्याकांड में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। इंस्पेक्टर विमल राय और उनकी टीम ने मुठभेड़ के बाद दो शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर श्री ओ पी सिंह अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जाने जाते हैं।
दिनांक 23 दिसंबर को बायपास सेक्टर 31 फरीदाबाद मे मनोज भाटी को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया गया था। घटना के बाद से ही पुलिस कमिश्नर श्री ओ पी सिंह मामले में क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही कार्यवाही की पल-पल की जानकारी ले रहे थे।
क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 ने श्री ओ पी सिंह के मार्गदर्शन पर काम करते हुए उपरोक्त केस को सुलझाते हुए मात्र 48 घंटे में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
इसी कड़ी में सेक्टर 30 व इन्स्पेक्टर संदीप ने उत्तर प्रदेश के खतौली क्षेत्र के जानसठ थाने के एरिया से अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए दो कुख्यात शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है।
प्रभारी क्राइम ब्रांच ने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि खतौली क्षेत्र में दोनों शार्प शूटर आरोपी अपने किसी रिश्तेदार के यहां छुपे हुए हैं।
क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर विमल राय ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए टीम गठित कर आरोपियों को दबोच ने के लिए यूपी रवाना हुए। जब क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंची तो उन्होंने देखा कि वहां किले नुमा दीवारें व दरवाजे जो अंदर से मजबूती के साथ बंद कर रखे थे जब तक कि क्राइम ब्रांच की टीम दरवाजे व दीवारों को फांद पाती दोनों शार्प शूटर को भनक लग गई और वहां से हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले लेकिन साहस व धैर्य का परिचय देते हुए जान की परवाह ना करते हुए टीम के सभी सदस्यों ने गांव की छतो से भागते हुए आरोपियों का पीछा करना शुरू किया। जो काफी मशक्कत के बाद करीब डेढ़ से 2 किलोमीटर गांव की आबादी गन्ने के खेत से भागते , छिपते आरोपियों को दबोच लिया गया। जिसके दौरान टीम के कई सदस्यों को गहरी चोटें भी लगी।
गिरफ्तार आरोपी धीरेंद्र उर्फ फौजी मूल रूप से भोपा उतर प्रदेश वह आर्यन उर्फ बिट्टू जो कि मूल रूप से हरियाणा के पीपली खेड़ा गांव का रहने वाला है।
बहुत ही शातिर कुख्यात किस्म के अपराधी है जिन पर पहले भी हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट, इत्यादि के मुकदमे दिल्ली आसपास क्षेत्र व् जम्मू कश्मीर में दर्ज रजिस्टर है अपराधी धीरेंद्र उर्फ फौजी जो वर्ष 2002 से इंडियन आर्मी में कार्यरत था ने 2016 में तैश में आकर एक साथ अपने सर्विस एके 47 से पांच व्यक्तियों की गोलियों से भून कर एक साथ हत्या कर दी थी जिसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है जो अंबाला सेंट्रल जेल से पैरोल पर आया हुआ था।
इस अभियोग के मुख्य आरोपी मनोज मंगरिया को भी आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है जो आरोपी धीरेंद्र उर्फ फौजी के साथ अंबाला सेंट्रल जेल में अपनी सजा काट रहा था वहीं से दोनों कि दोस्ती हुई जो दोनों पैरोल पर थे।
मनोज मांगरिया ने अपने मंसूबे कामयाब करने के लिए धीरेंद्र फौजी को 15,00,000 रूपये व एक फ्लैट देने का लालच देकर मनोज भाटी की हत्या के लिए तैयार किया, आरोपी धीरेंद्र उर्फ फौजी ने इसके लिए अपनी गैंग जो सुंदर भाटी इत्यादि चलाते हैं का सहारा लेकर अंकित उर्फ बिट्टू जो कुख्यात किस्म का अपराधी हैं अभी फरार है इस काम के लिए अपने पासपास खतौली क्षेत्र में पड़ने वाले गांव मीरपुर खुर्द में बुलवा लिया हत्या के दो-तीन दिन पहले से दोनों इकट्ठे थे जिनको मनोज मांगरिया ने बदरपुर बॉर्डर पर दिनांक 23:12.2020 को बुलवा लिया जहां पर इस अभियोग में पहले गिरफ्तार हो चुके विकास उर्फ विक्की, अशोक पाटिल, धर्मेंद्र, वह सोनू आया नगर व् अन्य आरोपी मिले जहा अपराध में इस्तेमाल फॉर्च्यूनर गाड़ी कोरोला गाड़ी अवैध हथियार इत्यादि मोहिया करवा दिए और मनोज भाटी को मौत के घाट उतरवा दिया गया।
आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेकर हत्या में शामिल अन्य अपराधियों, अवैध हथियारों, फॉर्च्यूनर गाड़ी इत्यादि को बरामद किया जाएगा।
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