श्री भाटिया ने बताया कि मंदिर परिसर में इतना स्थान है कि वहां कोविड सेंटर बनाने के लिए 50 बिस्तर का अस्थाई अस्पताल बनाया जा सकता है। प्रशासन को अपने स्तर पर वहां बिस्तर, डाक्टर, नर्स एवं जरूरी सामान खुद ही उपलब्ध करवाना होगा। मंदिर संस्थान इस कार्य में पूरा सहयोग करते हुए कोविड सेंटर में भर्ती होने वाले मरीज एवं चिकित्सा स्टॉफ के लिए भोजन उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेगा। कोविड सेंटर में सभी को सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर व रात का भोजन उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी मंदिर संस्थान के ऊपर रहेगी।
श्री भाटिया ने कहा कि मंदिर संस्थान संकट की घड़ी में सरकार एवं प्रशासन के साथ है। इसके अलावा भी जो जरूरत होगी, वह अपने स्तर पर करने की पूरी कोशिश की जाएगी। इसलिए वह अपनी ओर से प्रशासन एवं सरकार के समक्ष कोविड सेंटर स्थापित करने की अपील करता है। प्रशासन को जब भी इसकी आवश्यकता हो, वह उसके लिए हमेशा तैयार रहेंगे। बता दें कि मंदिर संस्थान ने पिछले वर्ष लॉकडाऊन के वक्त भी गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी। धार्मिक कार्यों के साथ साथ मंदिर संस्थान ने हमेशा से सामाजिक कार्यों में भी अपनी भूमिका निभाई है। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि वह कभी भी नेक कार्यों में पीछे नहीं रहते। अब भी वह अपनी ओर से प्रशासन एवं सरकार की भरसक मदद करने के लिए तैयार हैं।
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