समाजसेवी और एक पेड़ शहीद के नाम अभियान के संयोजक संजीव राणा ने कहा कि इंसान कितना स्वार्थी है स्वार्थ सिद्धि के लिए नदियों किनारे पेड़ों को काट डाला। अतिक्रमण कर होटल और दूसरे निर्माण कर लिए। पक्षी कहीं गायब ही हो गए हैं। रोज सुबह चिड़िया का कलरव अब गुजरे जमाने की चीज हो गई है। प्रकृति के साथ यही असंतुलन कोरोना जैसी महामारी का कारण बन रहा है। अभियान की महासचिव अनु पसरिचा और बिना डडवाल ने कहा कि आंखों से दिखाई भी नहीं देने वाले वायरस ने अतिक्रमणकारी इंसान को उसकी औकात अच्छे से बता दी। अब तो अपने बंद चक्षुओं को खोल कर देखने की जरूरत है। मंथन करें और कितना नीचे गिरेगा इंसान। इस सोच को बदलने की शुरुआत ही एक पेड़ शहीद के नाम अभियान है। प्रकृति के लिए तो यह अमूल्य धरोहर है ही देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले शहीदों को भी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री ने मनोहर लाल ने इस मौके पर कहा कि इस मौके पर हरियाणा के खेल मंत्री हॉकी लेजेंड संदीप सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने भी इस मौके पर पौधा लगाया। साथ ही लोगों से भी पौधे लगाने का आह्वान किया। हरियाणा रेडक्रॉस वाइस चेयरपर्सन सुषमा गुप्ता ने बताया कि हम सभी को आगे आकर इसको जन जागरण मुहिम में अवश्य बनाना चाहिए। पर्यावरण हमारी धरोहर है। उसकी जिम्मेदारी भी हमारी है। हम सब मिलकर इसका ध्यान अवश्य रखें।
समाजसेवी विमल खंडेलवाल ने बताया कि इस मुहिम को गांव-गांव में जाकर सरपंचों के साथ मिलकर एक पौधारोपण किया जाएगा। जिसकी अच्छे से देखभाल हो सके। इस मुहिम को समाजसेवी संगठनों के साथ में भी अवश्य जोड़कर समाज अच्छा संदेश दिया जाएगा। हम सभी मिलकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए हर एक मुमकिन कोशिश करेंगे।
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