Thursday, 30 January 2025

रविंद्र सिंह राणा ने HSGPC सदस्य चुने जाने पर गुरु साहिब का किया शुक्राना, संगत का जताया आभार



पंथक कार्यों के लिए समस्त संगत एकजुट हो : मंजीत सिंह जीके


फरीदाबाद, 30 जनवरी (रैपको न्यूज़)। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान स. मनजीत सिंह (जी के) ने समस्त सिख संगत से आह्वान किया है कि एकजुटता के साथ पंथ की सेवा के लिए आगे आएं। आपने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि सिखों में जागरूकता आई है और एकजुटता के साथ कार्य किया जा रहा है, परंतु अभी काफी प्रयास किए जाने शेष है।

सरदार मंजीत सिंह ने कहा कि विभिन्न सरकारों द्वारा सिख पंथ के साथ सही व्यवहार नहीं किया गया, परंतु जब भी समाज, देश या मानवता के लिए सेवा का प्रश्न आया तो प्रत्येक व्यक्ति निशान साहिब की ही तलाश करता है, क्योंकि उसे पता है कि कोरोना काल हो या कोई भी प्राकृतिक आपदा, केवल निशान साहिब के नीचे सभी प्रकार की सहायता मिल पाती है।


यहां हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के चुनाव में वार्ड नंबर 40 से संगत द्वारा चुने गए हरियाणा सिख पंथक दल के प्रत्याशी व फरीदाबाद सरब गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव रविंदर सिंह राणा व उनकी टीम द्वारा किए गए शुकराना समागम में अपने विचार व्यक्त करते हुए स. मनजीत सिंह ने कहा कि फरीदाबाद की संगत न केवल गुरुघर के लिए पूर्ण रूप से समर्पित रही है, बल्कि सेवा के कार्यों का एक लंबा इतिहास जुड़ा हुआ है।

स. रविंद्र सिंह राणा के साथ पिछले 40 वर्षों के साथ का जिक्र करते हुए स. मंजीत सिंह ने कहा कि रविंद्र सिंह राणा ने आज तक जब भी उनसे संपर्क किया, संगत के काम के कारण किया। आपने कहा कि जब भी पंथ से संबंधित कोई समस्या या प्रदर्शन या आंदोलन की बात आई, रविंद्र सिंह राणा सबसे अग्रणी पंक्ति में रहे और यही कारण था कि सिक्ख पंथक दल द्वारा उन्हें इस चुनाव में उतारा गया। सरदार मंजीत सिंह ने संगत का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने कड़े मुकाबले में सरदार रविंद्र सिंह राणा को विजयी बनाया।


इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सरदार रविंद्र सिंह राणा ने कहा कि वे वास्तव में समस्त संगत के ऋणी है, जिन्होंने उन पर भरोसा किया। आपने कहा कि वे पहले भी पंथ की सेवा और सामाजिक कार्यों में जुटे रहे हैं और आने वाले समय में भी जब-जब पंथ या समाज को जरूरत होगी, वे आगे रहेंगे। 

स. रविंद्र सिंह राणा ने कहा कि यदि उनसे किसी भी प्रकार की कोई गलती होती है तो वह क्षमा के याचक हैं। आपने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हम एकजुटता से कार्य करें। सिक्ख बच्चों के लिए स्कूल, कॉलेज व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करने का संकल्प दोहराते हुए स. रविंद्र सिंह राणा ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम एकजुट होकर अपनी मांग को सरकारों तक पहुंचाएं और उन्हें पूरा करने के लिए कार्य करें।

 


आपने कहा कि चुनाव कभी भी उनकी प्राथमिकता नहीं रहा और वे चाहते थे कि चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवार गुरु साहब के समक्ष पर्ची डालकर अपना एक ही उम्मीदवार बनाएं। अपने दोहराया कि वे चाहते थे कि इन पर्चियों में उनका नाम ना डाला जाए, परंतु ऐसा हो नहीं सका और संगत के आदेश पर उन्हें चुनाव लड़ना पड़ा। स. राणा ने कहा कि जो उम्मीदवार चुनाव लड़कर पंथ की सेवा करना चाहते थे, पंथक कार्यों के लिए उन्हें अपना सहयोग दें क्योंकि हमारा लक्ष्य एक ही होना चाहिए।


इस अवसर पर गुरुद्वारा श्री नानक प्याऊ के हेड ग्रंथी जत्थेदार बिचित्र सिंह ने पंथक विचारों के दौरान सभी से आह्वान किया कि वे कौम की सेवा और मानवता के लिए कार्यों हेतु एकजुट रहें। आपने कथाविचार के दौरान कहा कि सिख को एकजुट रहना चाहिए ताकि बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना आसानी से किया जा सके।

कार्यक्रम में हजूरी रागी बलप्रीत सिंह नूर ने कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया जबकि इससे पूर्व रागी तेजिंदर सिंह व साथियों द्वारा कीर्तन किया गया।

कार्यक्रम में स. परमजीत सिंह सरना जो दिल्ली में चुनावों के कारण नहीं आ पाए, ने अपने संदेश में स. रविंद्र सिंह राणा को चुने जाने के लिए जहां उन्हें बधाई दी, वहीं संगत का भी आभार व्यक्त किया। अपने संदेश में सरदार परमजीत सिंह राणा व स. करतार सिंह चावला ने भी सरदार रविंदर सिंह राणा को बधाई दी।


इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय सिख काऊंसिल से प्रधान बीबी तरविंदर कौर खालसा व उपप्रधान स. जगजीत सिंह ने सरदार रविंद्र सिंह राणा को शाल भेंट कर उनका सम्मान किया। स. जगजीत सिंह ने कहा कि स. रविंद्र सिंह राणा केवल फरीदाबाद ही नहीं हरियाणा व एनसीआर में पंथ से संबंधित कार्यों में अग्रणी पंक्ति में रहे हैं और उनका संगत द्वारा चुना जाना वास्तव में सेवा करने वालों सेवादारों का सम्मान है।




रोहतक से आए सिख प्रतिनिधियों ने सरदार रविंद्र सिंह राणा का सम्मान करते हुए कहा कि वास्तव में उनका चुना जाना यह सिद्ध करता है की सेवा के लिए किए गए कार्यों का सम्मान संगत स्वयं करती है।


कार्यक्रम में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा नं 1, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा नं 5, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 15, गुरुद्वारा श्री सुखमणि साहिब सेक्टर 16, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 23, गुरुद्वारा पंचायती एन एच 3, गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब जी, गुरुद्वारा वजीरिस्तान, गुरुद्वारा नौरंग पंचायती, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 55, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा जवाहर कॉलोनी, गुरुद्वारा श्री कलगीधर जवाहर कॉलोनी, गुरुद्वारा डबुआ कॉलोनी, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर 7, गुरुद्वारा गुरु श्री सिंह सभा सेक्टर 9, गुरुद्वारा ईस्माइलपुर के प्रतिनिधियों ने भी सरदार रविंद्र सिंह राणा को शाल व सरोपे देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में संगत के हजूम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता था कि गुरुद्वारा श्री गुरु दरबार साहिब जहां यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था, के हाल के बाहर व गुरुद्वारा परिसर में बैठकर संगत कीर्तन का आनंद लेते देखी गई।


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