फरीदाबाद। श्रीमद भागवत में प्रसिद्ध संत श्री महामंडलेश्वर श्री कृष्णा स्वामी जी महाराज ने श्रृद्धालुओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रभु सतयुग में नाराायण रूप से अवतार धारण करते है इस श्रीमद भागवत कथा का आयोजन फरीदाबाद के सेक्टर.९ कोठी न० १८२-१८३ में आयोजक पवन बजाज और सलोचना बजाज एवं समस्त बजाज परिवार द्वारा किया जा रहा है। इस श्रीमद भागवत कथा का आयोजन अरूण बजाज, श्रीमती लक्ष्मी अवतार, कशिश बजाज, धुव्र अवतार, अक्षत बजाज, नारायण अवतार, कमल बजाज व समस्त बजाज परिवार का पूर्ण सहयोग से किया जा रहा है।
इस अवसर पर मनमोहक एवं सुंदर झांकियो का आयोजन किया गया जिसमें राजेश गुप्ता ने राजा बाली, पूजा गुप्ता ने रानी विध्याचंद व भाविक गुप्ता ने वमन अवतार का रूप धारण किया और सभी का मनमोहा।
इस अवसर पर श्रीमद भागवत में प्रसिद्ध संत श्री महामंडलेश्वर श्री कृष्णा स्वामी जी महाराज श्रृद्धालुओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रभु सतयुग में नाराायण रूप से अवतार धारण करते है। श्रेवता में राम रूप से अवतार धारण करते है द्वापर में कृष्ण रूप से अवतार धारण करते है। नारायण नीति (धर्म) अवतार है, राम रीति (कर्म) अवतार है। कृष्ण प्रीति (भक्ति) अवतार है। यदि मनुष्य काया में नीति (नियम जिनकी वेद आज्ञा देते है) कर्म में रीति (शुद्ध व्यवहार) मन में प्रीति (प्रेममय जीवन) रखे तो मुक्ति प्राप्त हो जाती है। कलियुग में प्रभु कल्कि अवतार धारण करते है जो कि समर्पण अवतार है। जीवात्मा जब तक धर्म का आश्रय नहीं लेता तब तक तन से सेवा वाणी से नाम समाज मन से श्रृद्धा मय हो ही नही सकता। नारायण व्रग्ह अवतार है। राम मर्यादा पुरूषोत्तम अवतार है। कृष्ण की कथनी करना चाहिए। मुक्ति प्राप्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि आज जन्मोत्सव लीलामंच का आयोजन किया गया व २ जनवरी को कृष्ण की लीलाये गौकुल वृदावन की लीला का सुंदर वर्णन गिरिराज पूजन महोत्सव के साथ किया जायेगा।
श्रीमद भागवत कथा में पूर्व मंत्री श्री महेन्द्र प्रताप सिंह, उपमहापौर मनमोहर गर्ग, ओ पी खेतान, ऋषि अग्रवाल, आई डी महाजन अग्रवाल समाज, ओ पी बंसल, प्रेम पसरिचा, आनंद गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर मनमोहक एवं सुंदर झांकियो का आयोजन किया गया जिसमें राजेश गुप्ता ने राजा बाली, पूजा गुप्ता ने रानी विध्याचंद व भाविक गुप्ता ने वमन अवतार का रूप धारण किया और सभी का मनमोहा।
इस अवसर पर श्रीमद भागवत में प्रसिद्ध संत श्री महामंडलेश्वर श्री कृष्णा स्वामी जी महाराज श्रृद्धालुओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रभु सतयुग में नाराायण रूप से अवतार धारण करते है। श्रेवता में राम रूप से अवतार धारण करते है द्वापर में कृष्ण रूप से अवतार धारण करते है। नारायण नीति (धर्म) अवतार है, राम रीति (कर्म) अवतार है। कृष्ण प्रीति (भक्ति) अवतार है। यदि मनुष्य काया में नीति (नियम जिनकी वेद आज्ञा देते है) कर्म में रीति (शुद्ध व्यवहार) मन में प्रीति (प्रेममय जीवन) रखे तो मुक्ति प्राप्त हो जाती है। कलियुग में प्रभु कल्कि अवतार धारण करते है जो कि समर्पण अवतार है। जीवात्मा जब तक धर्म का आश्रय नहीं लेता तब तक तन से सेवा वाणी से नाम समाज मन से श्रृद्धा मय हो ही नही सकता। नारायण व्रग्ह अवतार है। राम मर्यादा पुरूषोत्तम अवतार है। कृष्ण की कथनी करना चाहिए। मुक्ति प्राप्त हो जाती है। उन्होंने कहा कि आज जन्मोत्सव लीलामंच का आयोजन किया गया व २ जनवरी को कृष्ण की लीलाये गौकुल वृदावन की लीला का सुंदर वर्णन गिरिराज पूजन महोत्सव के साथ किया जायेगा।
श्रीमद भागवत कथा में पूर्व मंत्री श्री महेन्द्र प्रताप सिंह, उपमहापौर मनमोहर गर्ग, ओ पी खेतान, ऋषि अग्रवाल, आई डी महाजन अग्रवाल समाज, ओ पी बंसल, प्रेम पसरिचा, आनंद गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया।
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