फरीदाबाद। पंजाबी सेवादल द्वारा प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी व माता सुलखनी जी के विवाह दिवस को गत दिनों श्रद्धा के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर पंजाबी सेवादल के संरक्षक स० रविन्द्र सिंह राणा व प्रधान स० परमजीत सिंह ने समस्त संगत को जहां गुरूनानक देव जी के विवाह की बधाई दी। वहीं बताया गया है कि सिक्ख पंथ में कर्म को प्राथमिकता दी गई है। स० राणा ने कहा कि सिक्ख आश्रम की बजाय श्रमिक साधना में विश्वास रखते हैं।
पंजाबी सेवादल के महासचिव एडवोकेट नरिन्द्र सिंह कंग ने कहा कि सिक्ख गुरूओं ने यह संदेश दिया कि मानवता की सेवा परिवार में रह कर भी की जा सकती है। यही कारण है कि सिक्खों को सन्यास की बजाय पारिवारिक जीवन जीकर सेवाभाव का संस्कार दिया गया।
इस अवसर पर सर्वश्री हरभजन सिंह, काला सिंह सलूजा, हरजीत सिंह, अजीत सिंह, कंवलजीत सिंह, डी पी सिंह, गुरमीत सिंह, जगमोहन सिंह, सतीश, वीरेंद्र सिंह, दीपेंद्र सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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