फरीदाबाद (रैपको न्यूज़ प्रतिनिधि)। श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशपर्व को समर्पित ननकाना साहिब पाकिस्तान से चल रही यात्रा का फरीदाबाद पहुंचने पर हजारों की संख्या में संगत ने न केवल स्वागत किया बल्कि संगत के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता था कि 30 सितम्बर रात्रि बी के से गुरूद्वारा दरबार साहिब की सडक़ जाम रही और 1 अक्तूबर को प्रात: बी. के. से अजरौंदा संगत ने गुरू साहिब की पालिकी के साथ पैदल चली जिससे यह रोड़ बंद रही।
एक अक्तूबर को गुरूद्वारा दरबार साहिब से आरंभ होकर यात्रा सैक्टर १२ पहुंची, जहां सैक्टर गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा सैक्टर 7,9,11 व सैक्टर 3,10,12 व बल्लभगढ़ की संगत ने यात्रा का भव्य स्वागत किया। तदोपरान्त यात्रा गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा सैक्टर 15 पंहुची, उसके बाद मैट्रो अस्पताल रोड़ से सैक्टर 16 गुरूद्वारा सुखमनी भवन की ओर से सैक्टर 17,18 से बाईपास से निकलकर सैक्टर 28/29 डिवाईडिंग, स्प्रिंगफील्ड कालोनी, इंद्रप्रस्थ उपरांत बाईपास से अशोका एंक्लेव के लिये शेरशाह सूरी मार्ग से आगे बढ़ी। जहां अशोका एन्क्लेव, गुरूद्वारा श्री सिंह सभा सैक्टर 37 व क्षेत्र की संगत यात्रा का स्वागत किया यात्रा ने मथुरा रोड़ से दिल्ली में प्रवेश किया।
हरियाणा शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ उपप्रधान व सरब गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव रविन्द्र सिंह राणा ने यात्रा में आई समस्त संगत, रागी जत्थों सहित उन सभी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटियों विशेषकर गुरूद्वारा दरबार साहिब की टीम, सामाजिक संगठनों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने यात्रा में व्यवस्था बनाने में अपना योगदान दिया। स० राणा ने कहा कि यात्रा वास्तव में शब्द के रूप में गुरू नानक देव जी का आगमन रहा जिसे सभी के लिये मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि कहा जाएगा।
आपने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव स० निशान सिंह व स० जसबीर सिंह धाम का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया है जिनके कुशल दिशा निर्देश में यात्रा ने व्यवस्थित रूप में जयपुर से फरीदाबाद और फरीदाबाद से दिल्ली में प्रवेश किया।
दिल्ली में यात्रा का स्वागत दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिन्दर ङ्क्षसंह सिरसा ने किया जबकि फरीदाबाद से यात्रा दिल्ली में प्रवेश के लिये दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी, धर्म प्रचार समिति के संयोजक स० जितेंद्र पाल सिंह गोल्डी ने भी यात्रा में फरीदाबाद से ही शिरकत की।
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