Friday 29 May 2020

अदालतों में वीडियो कांफ्रेंसिंग की बजाए परंपरागत ढंग से एक जून से हो सुनवाई : वशिष्ठ


फरीदाबाद 29 मई। बार काउंसिल के पूर्व मनोनीत सदस्य शिवदत्त वशिष्ठ ने प्रधान न्यायाधीश से माँग की है कि सारे वकीलों के पास टेली कांफ्रेंसिंग, ईमेल, वाटसएप, वीडियो कांफ्रेंसिगं की सुविधा नहीं है, ऐसे में 1 जून से नियमित रूप से अदालतों में कार्य आरंभ किया जाए।
श्री वशिष्ठ ने कहा कि जब तक वकील अत्याधुनिक सुविधाओं से संपन्न नहीं हो जाते अदालतों में परंपरागत तरीक़े से ही मामले की सुनवाई होनी चाहिए। कहां गया है कि लाकडाउन की वजह से ज़्यादातर वकील आर्थिक  रूप से कमजोर हो गए हैं इनकी  आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। श्री वशिष्ठ ने कहा वकालत के पेशे से सब भली भाँति वाक़िफ़ है, यदि कोई वकील अदालत जाना बंद कर दें तों उनके जूनियर क्लर्क, टाइपिस्ट,और वकीलो के कारण चल रहे व्यवसाय भी बुरी तरह से प्रभावित होते हैं। लाकडाउन की वजह से अधिवक्ताओं को परेशानी बहुत अधिक बढ़ रही है क्योंकि अधिवक्ता जब जिला अदालत जाते हैं तो ही उनकी इनकम होती है अब दो महीने से अधिक समय से अधिवक्ता अपने घर पर बैठे हैं इसलिए उनकी इनकम शून्य है।
श्री वशिष्ठ ने इस संबंध में प्रधान न्यायाधीश से वकीलों के हित में निर्णय लेने का आग्रह किया है।
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