गिरफ्तार किए गए आरोपियों में योगेश उर्फ बिल्लू, राहुल तथा सोनू का नाम शामिल है। तीनों आरोपी पलवल जिले के रहने वाले हैं जिसमें योगेश इस वारदात का मुख्य आरोपी है।
पुलिस उपायुक्त अपराध नरेंद्र कादयान ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि वारदात के पश्चात पुलिस थाना सेंट्रल में लूट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस आयुक्त महोदय ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए 5 क्राइम ब्रांच की टीमें लगाई थी । डीसीपी क्राइम के निर्देश एवं एसीपी क्राइम सुरेंद्र स्योराण के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच सेक्टर 30 प्रभारी इंस्पेक्टर विमल की अगुवाई में वारदात की गुत्थी को सुलझाने के लिए बनी टीम सदस्य सब इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार, हेड कांस्टेबल यशपाल, संजय व् सिपाही मनोज को आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली । टीम द्वारा बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तथा आसपास के एरिया में पूछताछ करके आरोपियों के खिलाफ कुछ अहम सुराग एकत्रित किए। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में कड़ी मशक्कत करते हुए गुप्त सूत्रों व वैज्ञानिक पहलुओं के आधार पर कल शाम तीनों आरोपियों को पलवल से गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस वारदात का मुख्य आरोपी योगेश वर्ष 2009 में फौज में भर्ती हुआ था और 5 साल बाद वर्ष 2014 में फौज की नौकरी छोड़कर वहां से भाग आया था। वहां से आने के पश्चात उसने टाइल्स का बिजनेस शुरू कर दिया जिसमें उसको नुकसान हो गया तथा गलत संगत में पड़कर वह नशे व जुए का आदी हो गया। अय्याशी के चलते उसके पास पैसों की तंगी हो गई थी। पैसों की पूर्ति करने के लिए योगेश ने बैंक लूटने की योजना बनाई जिसमे उसने अपने पड़ोसी दुकानदार आरोपी राहुल तथा सोनू को भी शामिल कर लिया। लूट की इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने कई दिन पहले ही बैंक व उसके आसपास के एरिया की रेकी करनी शुरू कर दी थी। आरोपियों ने बैंक में सिक्योरिटी गार्ड के लंच पर जाने व बैंक में भीड़ कम होने पर लूट की वारदात करने का प्लान बनाया और इसी प्लान के तहत वह 22 दिसंबर को दोपहर करीब 1:00 बजे नकाब पहनकर बैंक में आए और पिस्टल की नोक पर बैंक से ₹184000 लूट कर ले गए। वारदात के पश्चात आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग एक पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, एक चाकू तथा एक मोटरसाइकिल बरामद किया है। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा जिसमें उनसे लूटे गए लूट की रकम की बरामदगी की जाएगी।
पुलिस आयुक्त महोदय ने क्राइम ब्रांच द्वारा इस मामले में की गई त्वरित कार्रवाई के लिए टीम को 25 हजार रुपए का नगद इनाम देकर प्रोत्साहित किया।
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