गुरूग्राम, 24 अक्तूबर (रैपको न्यूज़)। सुप्रसिद्ध उद्योग प्रबंधक व डीएवी केंद्रीय मैनेजमेंट कमेटी के उपाध्यक्ष श्री योगेश मुंजाल ने मूल्य आधारित शिक्षा पर जोर देते कहा है कि विद्यार्थियों में अनुशासन, आत्मविश्वास और रचनात्मकता के लिये स्कूलों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
श्री मुंजाल ने डीएवी पब्लिक स्कूल सैक्टर 49 गुरूग्राम के वार्षिकोत्सव समारोह में मुख्यातिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते कहा कि पुस्तक के साथ-साथ व्यावहारिकता, संस्कार और नवीनतम ज्ञान के लिये प्रयास आवश्यक हैं। आपने डीएवी पब्लिक स्कूल सैक्टर 49 की मैनेजमेंट की सराहना करते कहा कि जिस प्रकार स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ शुभ वातावरण के लिये प्रयास किये जा रहे हैं वह सराहनीय हैं।
श्री मुंजाल ने डीएवी के इतिहास का जिक्र करते कहा कि तमसो मा ज्योतिर्गम्य व सभी को संस्कारित शिक्षा देने के उद्देश्य से डीएवी की स्थापना की गई थी। आपने कहा कि राह में कई चुनौतियां आईं परंतु डीएवी एक आंदोलन की तरह अपने उद्देश्य की पूर्ति हेतु आगे बढ़ रहा है जिसके लिये इससे जुड़े सभी वर्ग, अध्यापक, विद्यार्थी सराहना के पात्र हैं।
वार्षिकोत्सव में स्कूल की प्रबंधक सुश्री आदर्श कोहली ने अपने विचार व्यक्त करते कहा कि सृजनता व विद्यार्थियों को बेहतरीन शैक्षणिक प्रतिभा के साथ-साथ संस्कारों से जोड़े रखना स्कूल का उद्देश्य है और इस संबंध में शीर्ष नेतृत्व के दिशा निर्देश में स्कूल की मैनेजमैंट कमेटी कार्यरत है।
सुश्री आदर्श कोहली ने श्री योगेश मुंजाल व आगंतुकों का स्वागत करते कहा कि स्कूल का वार्षिकोत्सव वास्तव में स्कूल के दृष्टिकोण को खूबसूरती से प्रदर्शित करने का माध्यम है।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आरंभ विद्यार्थियों व कर्मचारियों द्वारा डीएवी गान द्वारा किया गया, तदोपरांत दीप प्रज्जवलित कर दिव्यजाप के साथ अध्यात्मिक आभा में संगीत व नवीनता के सामंजस्यपूर्ण माहौल में कार्यक्रम आरंभ हुआ।
कार्यक्रम में एड सृजन द्वारा आयोजित वार्षिक प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने रेजेस के माध्यम से पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी की मुख्य थीम उद्यमशीलता पर केंद्रित थी।
सांस्कृतिक उत्सव का आरंभ सिम्फनी से किया गया जिसमें स्कूल आरकेस्ट्रा, गीत कार्यक्रम व बैंड ने परस्पर लय पर सामंजस्य के साथ भावनात्मक माहौल बनाया। अंग्रेजी गीत मैन इ द मिरर व हिंदी रचना मानवता का उत्थान के शानदार प्रदर्शन की सभी ने मुक्तकंठ से सराहना की।
अपने स्वागत संबोधन में स्कूल की प्रधानाचार्य सुश्री चारू मैनी ने आगंतुकों का स्वागत करते कहा कि स्कूल के वार्षिकोत्सव की थीम तमसो मा ज्योतिर्गम्य है जिसका उद्देश्य अज्ञानता से ज्ञान की ओर, भ्रम से स्पष्टता की ओर तथा आत्म संदेह से आत्मविश्वास की ओर कदम उठाना है।
कार्यक्रम में कक्षा 7 के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम जहां विशेष रूप से सराहनीय रहा वहीं भारत के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को समर्पित नाट्य प्रस्तुति की सभी ने प्रशंसा की।
कार्यक्रम में सत्र 2024-25 के लिये कक्षा 5 से कक्षा 7 तक के शैक्षणिक उपलब्धि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।




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